Facts About Shiv chaisa Revealed
Facts About Shiv chaisa Revealed
Blog Article
एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥
अर्थ: हे भगवन, देवताओं ने जब भी आपको पुकारा है, तुरंत आपने उनके दुखों का निवारण किया। तारक जैसे राक्षस के उत्पात से परेशान देवताओं ने जब आपकी शरण ली, आपकी गुहार लगाई।
Chalisa can be a forty-verse prayer devoted to a selected Hindu God or Goddess. The verses of the Chalisa glorify the acts and deeds with the deities. It incorporates verses praying for the Lord for ending sorrow within our life and more info delivers peace, health and fitness, and prosperity.
अंग गौर शिर गंग बहाये। मुण्डमाल तन छार लगाये॥
कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत सदा शत्रुन क्षयकारी॥
दुष्ट सकल नित मोहि सतावै । भ्रमत रहे मोहि चैन न आवै॥
जय जय जय अनंत अविनाशी। करत कृपा सब के घटवासी॥
कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को Shiv chaisa कहि जात न काऊ॥
त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। येहि अवसर मोहि आन उबारो॥
सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥
अंग गौर शिर गंग बहाये। मुण्डमाल तन छार लगाये॥
जो कोई जांचे सो फल पाहीं ॥ अस्तुति केहि विधि करैं तुम्हारी ।
तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥
पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे॥